सीहोर। स्मार्ट सिटी बनाने का दावा करने वाली सरकार, क्या बिजली के स्मार्ट मीटर लगाकर स्मार्ट तरीके से जनता की जेब में सेंध लगा रही है? आम जनमानस के लिए बिजली विभाग की इस मनमानी पर कांग्रेस धरना प्रदर्शन तो कर रही है, लेकिन मौजूदा पद आसीन जननेता के मुंह से एक शब्द इस आर्थिक अत्याचार पर नहीं निकल रहा है.
जनता का विपक्षी खेमे के धरने पर ना पहुंचना और अपनी शिकायत सोशल मीडिया तक सीमित रखना, दोहरे चरित्र का परिचायक मात्र है. एक महीने में एक घर में जितना बिल आ रहा है, उससे समझ जाइये कि किसी का सालभर का घरेलु खर्च निकल जाता है.
खुद जिला प्रशासन के माननीय कलेक्टर महोदय को इस पर संज्ञान लेना चाहिए और ये भी पूछना चाहिए कि बंदूक लेकर किसी के घर पहुंचकर जबरदस्ती बिजली विभाग से जुड़े लोग दादागिरी से कैसे मीटर लगाने पर मजबूर कर सकते हैं.
कांग्रेस जिला अध्यक्ष Rajeev Gujrati इस मुद्दे पर खुलकर विरोध में उतर चुके हैं, जो एक स्थानीय नेता का कर्तव्य है. शहर के वरिष्ठ पत्रकार Yogesh Upadhyay आम जनमानस के मुद्दे को सोशल मीडिया पर उठाकर बेहद ही सरहानीय काम कर रहे हैं.
संपादक
राकेश समाधिया
नोट: मौजूदा बिल सोशल मीडिया पर वायरल हैं